हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार, 10 फरवरी, 2022 को नूर इंटरनेशनल माइक्रोफिल्म सेंटर, कल्चर हाउस, इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान (नई दिल्ली) के शोधकर्ताओं के अथक प्रयासों के बाद, फंदड़ी सादात की वंशावली का विमोचन किया गया।
इस समारोह में खास मेहमानों की भागीदारी ने चार चांद लगा दिए। कार्यक्रम का आयोजन कोरोना कानून के तहत किया गया।
इस कार्यक्रम में इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान के राजदूत डॉ. अली चगिनी ने एक वीडियो संदेश भेजा, जिसे फंदेड़ी सादात के मोमेनीन को पढ़ कर सुनाया गया। हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन मौलाना सैयद ग़ाफ़िर रिजवी छोलसी ने उर्दू में संक्षेप रूप से अनुवाद करते हुए संदेश पहुंचाया। जिसमे उन्होने आयते मवद्दत को शीर्षक बनाते हुए फंदेड़ी सादात के मोमेनीन को दिल की गहराई से मुबारक बाद पेश की।
उल्लेखनीय है कि आयतुल्लाह सैयद हमीद अल हसन (लखनऊ), मौलाना अब्दुल्लाह जैदी (लखनऊ) और मौलाना रेहान हैदर जैदी (फंदेड़वी) के संदेश जो फंदेड़ी सादात के मोमेनीन को पढ़कर सुनाए गए।
बताते चले कि यह वंशावली विभिन्न प्राचीन वंशावलीयो और विभिन्न लोगों की मदद से अस्तित्व में आई है। इस वंशावली को तैयार करने में हुज्जतुल इस्लाम मौलाना सैयद रज़ी जैदी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस संबंध में सईद अख्तर जैदी साहब के प्रयास अविस्मरणीय हैं कि उन्होंने वंशावली को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की, इस काम में मौलाना शमीम अहमद साहब के भी आभारी होना चाहिए कि उन्होंने इस वंशावली को बहुत समय दिया और इस वंशावली का लेखन कार्य किया।
फंदेड़ी सादात के मोमेनीन ने अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत किया। क़ुरआन और हदीसे किसा की तिलावत के बाद विशिष्ट अतिथियों की सेवा में फंदेड़ी सादात के विद्वानों द्वारा गुलदस्ते भेंट किए गए।
फंदेड़ी सादात के कर्बला में वंशावली संबंधी कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के संचालक मौलाना नकी हैदर (सदरुल्लाह फाज़िल) थे।
वंशावली के संबंध में विद्वानों के बयानों को इंगित करना भी महत्वपूर्ण है। इस कार्यक्रम में वक्ताओं में से हैं: हुज्जतुल इस्लाम मौलाना मुहम्मद सियादत नकवी (इमाम जुमा अमरोहा), हुज्जतुल इस्लाम मौलाना मुमताज़ अली (इमाम जुमा इमामिया हॉल-दिल्ली), हुज्जतुल इस्लाम मौलाना सैयद तालिब हुसैन जैदी, हुज्जतुल इस्लाम मौलाना मुहम्मद मुस्लिम नकवी (प्रिंसिपल बाबुउल इल्म नोगांवा सादात), हुज्जतुल इस्लाम मौलाना क़ुर्रातुल ऐन आबिदी (प्रिंसिपल जामीअतुल मुंतज़र नोगांवां सादात), हुज्जतुल इस्लाम मौलाना सैयद गाफ़िर रिज़वी (ईरान कल्चर हाउस-दिल्ली), हुज्जतुल इस्लाम मौलाना सैयद इब्न हसन नकवी (दिल्ली) के नाम पर उल्लेखनीय है।
कार्यक्रम के अंत में इंटरनेशनल माइक्रोफिल्म नूर सेंटर, दिल्ली के निदेशक डॉ. मेहदी ख्वाजा पीरी ने दर्शकों और वंशावली में भाग लेने वालों को धन्यवाद दिया। तत्पश्चात विशिष्ट अतिथियों की सेवा में सम्मान के रूप में फंदेड़ी सादात के विद्वानो द्वारा धन्यवाद पत्र भेंट किए गए।
गौरतलब है कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य हज़रत ज़हरा (स.अ.) की पीढ़ी का परिचय देना और वंशावली के अनावरण के माध्यम से फंदेड़ी सादात को अपने नाम देखने के लिए आमंत्रित करना है ताकि यदि सुधार की आवश्यकता हो तो वे कर सकें।
कार्यक्रम में विदेशी विद्वानों, बस्ती के इमामे जुमआ और अन्य धार्मिक विद्वानों ने भाग लिया, उनमें से हुज्जतुल इस्लाम मौलाना नासिर हुसैन जैदी, हुज्जतुल इस्लाम सैयद मोअस्सिर अब्बास जैदी, हुज्जतुल इस्लाम मौलाना इसरार हैदर मुर्तजवी, हुज्जतुल इस्लाम मौलाना मोहसिन अब्बास जैदी, हुज्जतुल इस्लाम मौलाना अमीर रजा जैदी, हुज्जतुल इस्लाम मौलाना मुशर्रफ हुसैन जैदी, हुज्जतुल इस्लाम मौलाना जीशान हैदर रजैठवी आदि के नाम उल्लेखनीय हैं।